खेल होली सब घुल - मिल जाते, पूरे जोश से होली का त्योहार मनाते। खेल होली सब घुल - मिल जाते, पूरे जोश से होली का त्योहार मनाते।
पवित्र अग्नि के समक्ष सत्कर्मों की राह चलने का प्रण। पवित्र अग्नि के समक्ष सत्कर्मों की राह चलने का प्रण।
पुष्प और पत्ते भी खिल उठते है अपने जीवन की मुस्कराहट संग! पुष्प और पत्ते भी खिल उठते है अपने जीवन की मुस्कराहट संग!
हर साल मुझको जलाने का अर्थ क्या हुआ ? सोच से अपने मेरे जैसे सामर्थ सा हुआ! हर साल मुझको जलाने का अर्थ क्या हुआ ? सोच से अपने मेरे जैसे सामर्थ सा हुआ!
मत जलो अब तुम होलिका बलिदान तुम्हारा व्यर्थ है सत्य है रौंदा हुआ और असत्य सर्वत्र है मत जलो अब तुम होलिका बलिदान तुम्हारा व्यर्थ है सत्य है रौंदा हुआ और असत...
प्रत्येक युग का सत्य ये कह गए ज्ञानी प्रज्ञ होलिका की अग्नि समझ जीवन का यज्ञ। प्रत्येक युग का सत्य ये कह गए ज्ञानी प्रज्ञ होलिका की अग्नि समझ जीवन का यज्ञ।